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इस प्यार ने क्या कर डाला

इस प्यार ने क्या कर डाला


संजीव बचपन से पढ़ने में बहुत तेज था, बड़ा हो कर वह डॉक्टर बनाना चाहता था, क्योँकि उसके माता-पिता दोनों डॉक्टर थे. वह भी अपने माता-पिता की तरह ही डॉक्टर बनाना चाहता था, इसलिए उसने अपनी पढ़ाई वैसे ही की , और मेहनत करके उसने मेडिकल का एंट्री टेस्ट पास कर लिया और मेडिकल कॉलेज में एडमिशन ले लिया. वह बहुत खुश था क्योँकि उसका सपना पूरा जो होने वाला था, वहीँ उसके माता पिता भी बहुत खुश हुए, क्योँकि उनका एकलौता बेटा संजीव भी उन्ही की तरह डॉक्टर बनेगा. संजीव मेडिकल कॉलेज में भी सिर्फ और सिर्फ पढ़ाई करता, उसके साथ पढ़ने वाले बच्चे उसे पढ़ाकू बुलाते थे, तो कोई किताबी कीड़ा बुलाता था, खाइए जो भी हो वह अपना पूरा समय किताब को देता था और मन लगा कर पढ़ाई पूरी कर रहा था, कॉलेज में क्लास करने के दौरान ही उसकी मुलाकात उसके साथ ही पढ़ने वाली लड़की सौम्या से हुई, सौम्या पढ़ने में भले ही तेज नहीं थी लेकिन देखने में बहुत ही सुन्दर थी, उसके पिता बहुत बड़े व्यवसायी के साथ साथ नेता भी थे. उसका व्यवसाय बहुत बड़ा था जो देश विदेश में फैला हुआ था, आस्चर्य की बात यह थी, सौम्या बिना पढ़े भी पास हो जाती थी, इसका वजह था उसके पापा का पावर और पोजिशन. दोनों एक साथ पढ़ते पढ़ते करीब आ गए, सौम्या शुरू से संजीव को पसंद करती थी, लेकिन संजीव ने कभी सौम्या की तरफ देखा नहीं, लेकिन धीरे धीरे वक्त बीतने के साथ साथ सौम्या



संजीव के करीब आने लगी और संजीव को भी एहसास हुआ की उसे सौम्या से प्यार हो गया है.उसने यह बात जब अपने माता-पिता को बताई तो उसके माता-पिता बहुत खुश हुए, क्योँकि उन्हें बेटा के साथ साथ बहु भी डॉक्टर मिलने वाली थी, अब सौम्या भी संजीव के माता-पिता के साथ बात करती थी, लेकिन सौम्या ने अपने घर में कभी संजीव के बारे में कुछ नहीं बताया ना ही संजीव को अपने माता-पिता से बात करवाया, वह सोच रही थी की कॉलेज के खत्म होने के बाद वह अपने माता पिता से संजीव को मिलवाएगी और शादी की बात करेगी, लेकिन उसके प्रेम की बात सौम्या के पिता को पता चल गयी और वह नहीं चाहते थे की सौम्या की शादी संजीव से हो, क्योँकि सौम्या को एक नेता का बेटा ही पसंद करने लगा था, और सौम्या के पिता चाहते तेह की वह नेता के परिवार में जाए ना कि डॉक्टर के परिवार में. सौम्या के पिता ने सौम्या को संजीव के करीब जाने से मना किया लेकिन सौम्या नहीं मानी, इसलिए एक रात जब संजीव कॉलेज के हॉस्टल से घूमने के लिए निकला तो सौम्या के पिता ने संजीव को ट्रक से कुचलवा दिया, जिसकी वजह से संजीव की वहीँ मौत हो गयी और संजीव के माता-पिता बुरी तरह से टूट गए, हलाकि सभी जानते थे की यह हत्या सौम्या के पिता ने करवाया था लेकिन नेता होने की वजह से वो बच गए. और पढ़ाई ख़त्म होने के तुरंत बाद सौम्या की शादी नेता के बेटे से करवा दी गयी, इस तरह संजीव के प्यार का अंत उसके साथ ही हो गया……..

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